बांग्लादेश में हिंदू लड़की से गैंगरेप के बाद भड़के लोग, हाईकोर्ट ने सोशल मीडिया से VIDEO हटाने का दिया निर्देश

Bangladesh Hindu Girl Rape: बांग्लादेश में लगातार हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है। हाल के दिनों में कई ऐसी मीडिया रिपोर्ट्स आई हैं जिनमें हिंदुओं के साथ हुए अत्याचार की बातों को रिपोर्ट किया गया है। घरों के जलाया गया है, हत्या की गई और यहां तक कि हिंदुओं को नौकरी से निकालने के लिए जबरन उनके इस्तीफे तक लिए गए हैं। लेकिन, अब बांग्लादेश में हिंदू लड़की के साथ हैवानियत की गई है। यहां हिंदू लड़की के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया है।

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कहां हुई घटना?

हिंदू लड़की के साथ हैवानियत की यह घटना बांग्लादेश के कोमिला जिले में हुई है। हिंदू लड़की के साथ हुए गैंगरेप के बाद बांग्लादेश में लोगों का गुस्सा भड़क गया है और बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन भी हुए हैं। ढाका विश्वविद्यालय के छात्रों ने इस घटना के विरोध में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया है और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। ढाका विश्वविद्यालय के छात्रों ने गैंगरेप की निंदा करते हुए परिसर में मार्च निकाला। अल्पसंख्यक छात्रों के लिए समर्पित जगन्नाथ हॉल छात्रावास के छात्रों ने न्याय की मांग करते हुए जुलूस निकाला।

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कब हुई घटना?

यह घटना 26 जून को हुई थी, जब 21 वर्षीय पीड़िता के साथ कोमिला में उसके घर पर एक स्थानीय नेता ने गैंगरेप किया था। गैंगरेप के दौरान लड़की का वीडियो भी बनाया गया था। यह मामला तब सामने आया था जब  महिला के साथ हुई हैवानियत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।

पुलिस ने क्या किया?

अब तक, पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में मुख्य आरोपी फजोर अली (36) जो स्थानीय नेता है, सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। कोमिला जिले के पुलिस प्रमुख नजीर अहमद खान ने कहा कि मुख्य आरोपी को ढाका के सईदाबाद इलाके से छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया गया है। चार अन्य को सोशल मीडिया पर महिला की तस्वीर और पहचान उजागर करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

हाईकोर्ट ने क्या कहा?

इस पूरे मामले पर पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर ने दोषियों के खिलाफ सख्त दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है। इस बीच, उच्च न्यायालय ने अधिकारियों को निर्देश जारी किया है कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो को तुरंत हटाया जाए। दो न्यायाधीशों की पीठ ने संबंधित अधिकारियों से पीड़िता की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उसे आवश्यक उपचार प्रदान करने को भी कहा है।

बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को बनाया गया निशाना

पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेटे साजिब अहमद वाजेद ने इस घटना को लेकर सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट कर कहा, ”पिछले 11 महीनों में भीड़ के हमलों, आतंकवाद और बलात्कार की घटनाओं में वृद्धि के लिए यूनुस प्रशासन को दोषी है। पिछले साल अगस्त में हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार का पतन होने के बाद बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ हिंसा की घटनाएं बढ़ी हैं।

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