राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में मंगलवार को झमाझम बारिश ने जहां लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत दी, वहीं दूसरी ओर यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है, जिससे निचले इलाकों में रहने वाले लोगों की चिंता बढ़ गई है।
ED की बड़ी कार्रवाई : अन्ना भूमि ग्रीन टेक प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर के घर छापा, CRPF तैनात
यमुना का बढ़ता जलस्तर
दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान (205.33 मीटर) से ऊपर, 206 मीटर के करीब पहुंच गया है। अधिकारियों ने बताया कि पिछले 24 घंटों में जलस्तर में तेजी से वृद्धि हुई है और अगर हथिनीकुंड से पानी की निकासी जारी रही तो यह और भी बढ़ सकता है। इसके मद्देनजर, दिल्ली सरकार ने नदी के किनारे बसे निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।
बारिश से मिली राहत, लेकिन बढ़ी मुसीबत
पिछले कुछ दिनों से दिल्ली-एनसीआर में पड़ रही भीषण गर्मी और उमस से लोग परेशान थे। मंगलवार को हुई बारिश ने मौसम को सुहावना बना दिया, जिससे तापमान में भी गिरावट आई। लेकिन, यह बारिश ऐसे समय में हुई है जब यमुना पहले से ही उफान पर है, जिससे बाढ़ की आशंका और भी बढ़ गई है। कई इलाकों में सड़कों पर जलभराव देखा गया, जिससे यातायात भी प्रभावित हुआ।
सरकार की तैयारी
दिल्ली सरकार ने बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए आपातकालीन बैठकें की हैं। संबंधित विभागों को अलर्ट पर रखा गया है और राहत एवं बचाव कार्यों के लिए टीमें तैयार हैं। निचले इलाकों में लाउडस्पीकर के माध्यम से लोगों को सूचित किया जा रहा है कि वे सतर्क रहें और जरूरत पड़ने पर सुरक्षित शिविरों में चले जाएं।
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक दिल्ली-एनसीआर में और बारिश होने की संभावना जताई है, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। प्रशासन लोगों से अपील कर रहा है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर ही भरोसा करें।