ट्रंप के टैरिफ बम के बीच चीन राष्ट्रपति का सीक्रेट लेटर, बदलने लगे भारत-चीन रिश्तों के समीकरण

नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत समेत ब्रिक्स के कई देशों पर भारी टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। भारत पर उन्होंने 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने का एलान किया।  इस बीच ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट ने हलचल मचा दी है।

दरअसल, ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंपने चीन के साथ व्यापार युद्ध की शुरुआत की थी, उसी समय चीन भारत के साथ शांतिपूर्ण तरीके से अपना संबंध सुधारने की कोशिश में लग गया।

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चीन के राष्ट्रपति का सीक्रेट लेटर

रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन ने जनवरी फरवरी के दौरान ही भारत के साथ संबंध सुधारने की कोशिश में लग गया। इस संबंध में चीन के राष्ट्रपकि शी चिनफिंग ने भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को एक चिट्ठी लिखी थी।

चीनी राष्ट्रपति ने लिखी थी भारत को चिट्ठी

बता दें कि ब्लूमबर्ग ने इस पूरे मामले से परिचित एक भारतीय अधिकारी के हवाले से बताया कि चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को एक पत्र लिखा था। इस सीक्रेट पत्र के माध्यम से उन्होंने दोनों देशों के बीच संबंध को और बेहतर बनाने की इच्छा व्यक्त की। इस पत्र के माध्यम से उन्होंने किसी भी ऐसे अमेरिकी समझौते पर चिंता व्यक्त की थी, जो चीन के हितों को नुकसान पहुंचा सकता है। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया कि इस पत्र को पीएम मोदी के पास भी पहुंचाया गया था।

दो महीने पहले से शुरू हुए रिश्तों को सुधारने के प्रयास

वहीं, एक अधिकारी ने बताया कि जून की शुरुआत के साथ ही केंद्र सरकार ने चीन के साथ संबंधों को सुधारने का प्रयास शुरू कर दिया। यह वह ही समय था, जब अमेरिका के साथ व्यापारिक रिश्तों में तनाव आने शुरू हो गए थे। इससे पहले मई में भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों का संघर्ष हुआ था। बाद में अमेरिकी राष्ट्रपति ने दोनों देशों के बीच सीजफायर का कराने का दावा कर दिया था। हालांकि, भारत ने पहले ही कहा कि दोनों राष्ट्रों के बीच कोई किसी की मध्यस्थता स्वीकार्य नहीं।

सात साल में पहली बार चीन की यात्रा पर पीएम मोदी

अगस्त तक भारत और चीन के बीच में संबंध सुधरने लगे हैं। भारत और चीन दोनों देश अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ बम से बुरी तरीके से प्रभावित हैं। इस बीच दोनों देशों ने पिछले हफ्ते ही 2020 के घातक सीमा संघर्ष को पीछे छोड़ने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है।

दोनों देशों ने लंबे समय से आ रहे सीमा विवादों को हल करने के प्रयासों को दोगुना करने के मुद्दे पर सहमत हुए। वही, दोनों देशों के बीच जारी इस तमाम कोशिशों के बीच पीएम मोदी चीन की यात्रा करेंगे। करीब 7 साल बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन की यात्रा करने जा रहे हैं। चीन में वह 31 अगस्त और 1 सितंबर को होने वाले एससीओ शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।

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